लखनऊ। जहां पहले छोटे बच्चों की किताबों में ए फॉर एप्पल, बी फॉर बैट और सी फॉर कैट पढ़ाया जाता था, वही आज उसका उल्टा पढ़ाया जा रहा हैं। उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद शहर में प्राइवेट और सरकारी स्कूलों में बच्चों की हिंदी की किताबों में ब फॉर बम और च फॉर चाकू (नाइफ) पढ़ाए जाने का मामला सामने आया हैं।
इसके अलावा कक्षा आठ की नैतिक शिक्षा की "न्यू वे ब्लूम" में भारतीय तिरंगे को पांच जगहों पर गलत तरह से छापा गया हैं। इस तरह का मामला सामने आने के बाद मुरादाबाद जिला के बेसिक शिक्षा अधिकारी बाल मुकुंद ने बताया कि बच्चों की किताबों में राष्ट्रीय झंडे का अपमान करना एक गंभीर अपराध की श्रेणी में आता हैं। उन्होंने कहा कि इस बारे में पब्लिशर्स के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस तरह की किताबों का प्रयोग सीबीएसई और यूपी बोर्ड दोनों में किया जा रहा हैं।
वही गुरूकुल पब्लिकेशन प्रमुख अंकुर जुलका ने कहा कि राष्ट्रीय तिरंगे के पिक्चर को गलत छापा जाना एक बड़ी गलती हैं। जैसे ही हमें इस बारे में शिकायत मिली। बाजार से सारे किताबों के आर्डर को वापस ले लिया गया।
दूसरी तरफ नर्सरी क्लास में प्राइवेट और सरकारी स्कूलों में बच्चों को हिंदी की वर्णमाला किताब "आलोक शब्द" में ब का मतलब बम और च का मतलब चाकू पढ़ाया जाया रहा हैं। इस तरह के मामले में पैरेंट्स ने स्कूल प्रिसिंपल और टीचर स्टॉफ से शिकायत की । तो उन्होंने सारा दोष किताब छापने वाले वितरक पर मढ़ दिया।
सीबीएसई प्रयवेक्षक जावेद आलम ने कहा कि इस बारे में पब्लिशर्स के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि बच्चों की किताबों में नेगेटिव शब्दों का प्रयोग बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
इसके अलावा कक्षा आठ की नैतिक शिक्षा की "न्यू वे ब्लूम" में भारतीय तिरंगे को पांच जगहों पर गलत तरह से छापा गया हैं। इस तरह का मामला सामने आने के बाद मुरादाबाद जिला के बेसिक शिक्षा अधिकारी बाल मुकुंद ने बताया कि बच्चों की किताबों में राष्ट्रीय झंडे का अपमान करना एक गंभीर अपराध की श्रेणी में आता हैं। उन्होंने कहा कि इस बारे में पब्लिशर्स के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस तरह की किताबों का प्रयोग सीबीएसई और यूपी बोर्ड दोनों में किया जा रहा हैं।
वही गुरूकुल पब्लिकेशन प्रमुख अंकुर जुलका ने कहा कि राष्ट्रीय तिरंगे के पिक्चर को गलत छापा जाना एक बड़ी गलती हैं। जैसे ही हमें इस बारे में शिकायत मिली। बाजार से सारे किताबों के आर्डर को वापस ले लिया गया।
दूसरी तरफ नर्सरी क्लास में प्राइवेट और सरकारी स्कूलों में बच्चों को हिंदी की वर्णमाला किताब "आलोक शब्द" में ब का मतलब बम और च का मतलब चाकू पढ़ाया जाया रहा हैं। इस तरह के मामले में पैरेंट्स ने स्कूल प्रिसिंपल और टीचर स्टॉफ से शिकायत की । तो उन्होंने सारा दोष किताब छापने वाले वितरक पर मढ़ दिया।
सीबीएसई प्रयवेक्षक जावेद आलम ने कहा कि इस बारे में पब्लिशर्स के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि बच्चों की किताबों में नेगेटिव शब्दों का प्रयोग बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
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