Friday, April 27, 2012

जूस से करें ब्लड प्रेशर कंट्रोल

यदि रक्तचाप नियंत्रित रखना चाहते हैं तो आपको वैज्ञानिकों की सलाह मानकर रोजाना एक गिलास चुकंदर का जूस पीना चाहिए। रीडिंग यूनिवर्सिटी में एक अध्ययन में पाया गया कि सब्जियों के जूस की एक छोटी सी खुराक रक्तचाप नियंत्रित करने में मददगार हो सकती है। 

वैज्ञानिकों ने पाया कि सब्जियों का 100 ग्राम जूस भी कम से कम चार घंटे के लिए रक्तचाप कम कर सकता है। सफेद और लाल चुकंदर में भरपूर मात्रा में पाया जाने वाला नाइट्रेट मुख्य कारक है, जो पाचन तंत्र में पहुंच कर नाइट्रिक ऑक्साइड बनाता है और रक्त प्रवाह को बढ़ाकर रक्तचाप को कम रखता है। यह मासंपेशियों की ऑक्सीजन की जरूरत को भी कम कर देता है। हाइपरटेंशन या हाई ब्लडप्रेशर एक गंभीर बीमारी होती है, जो हार्ट अटैक व दिल की अन्य बीमारियों का भी खतरा पैदा करती है।

સંબંધ..

સંબંધ  તો 
સાપની જેમ સરકી ગયો...
ને જીવ હજી 
સ્મરણોની કાંચળી આગળ 
મહુવર વગાડતો રહી ગયો...
                                        -વજેસિંહ પારગી .

Thursday, April 26, 2012

रास्ट्रीय PR दिवस के अवसर को NIMCJ में मनाया गया.

अहमदाबाद, गुजरात, २७ अप्रैल-२०१२ 

शहरकी मिडिया कोलेज नेशनल इन्सटीटयुट ऑफ़ मास कम्युनिकेशन एंड जुर्नालिजममें  नेशनल पि.आर दिवस को मनाया गया .और make a wish foundation के सहयोगसे  केंसर ग्रस्त बच्चो की इच्छा पूरी करनेका एक प्रयास किया गया.

नेशनल पब्लिक रिलेशन दिवसके अवसर पे " केंसर जाग्रति और प्राम्भिक तपास" की थीम पर NIMCJ  में सेलिब्रेशन किया गया.इस समग्र कार्यक्रम पब्लिक रिलेशन सोसियटी ऑफ़ इंडियाके अहमदाबाद चेप्टर,MAKE A  WISH  FOUNDATION ,तथा NIMCJ  के सहयोग से किया गया था.

जुगलसिंह,सेम-२
   NIMCJ 

NIMCJ में डेज़ की धूम

अहमदाबाद, गुजरात, २७ अप्रैल-२०१२ :-

अहमदाबादकी मिडिया कोलेज नेशनल इन्सितितुत  ऑफ़ मास कोम्म्युनिकेशन एंड जर्नालिस्म में विद्यार्थियोने अलग अलग दिनों को मनाया.

इन पाच दिनों में विद्यार्थीओ ने अलग अलग दिनोंको मान्य जैसे की बाल दिन ,हस्ताक्षरदिन ,परम्परागतदिन ,जैसे दिनों को मानाया.

इन दिनों के उत्सवमें कोलेज के शिक्षकोने भी बड़े उत्साहसे भाग लिया.और सबने साथ मिलके इस उत्सव को संपन किया.

जुगलसिंह ,
सेम-२,NIMCJ ,अहमदाबाद.



यूपी की पढ़ाई, "ब फॉर बम, च फॉर चाकू"

लखनऊ। जहां पहले छोटे बच्चों की किताबों में ए फॉर एप्पल, बी फॉर बैट और सी फॉर कैट पढ़ाया जाता था, वही आज उसका उल्टा पढ़ाया जा रहा हैं। उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद शहर में प्राइवेट और सरकारी स्कूलों में बच्चों की हिंदी की किताबों में ब फॉर बम और च फॉर चाकू (नाइफ) पढ़ाए जाने का मामला सामने आया हैं। 

इसके अलावा कक्षा आठ की नैतिक शिक्षा की "न्यू वे ब्लूम" में भारतीय तिरंगे को पांच जगहों पर गलत तरह से छापा गया हैं। इस तरह का मामला सामने आने के बाद मुरादाबाद जिला के बेसिक शिक्षा अधिकारी बाल मुकुंद ने बताया कि बच्चों की किताबों में राष्ट्रीय झंडे का अपमान करना एक गंभीर अपराध की श्रेणी में आता हैं। उन्होंने कहा कि इस बारे में पब्लिशर्स के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस तरह की किताबों का प्रयोग सीबीएसई और यूपी बोर्ड दोनों में किया जा रहा हैं। 

वही गुरूकुल पब्लिकेशन प्रमुख अंकुर जुलका ने कहा कि राष्ट्रीय तिरंगे के पिक्चर को गलत छापा जाना एक बड़ी गलती हैं। जैसे ही हमें इस बारे में शिकायत मिली। बाजार से सारे किताबों के आर्डर को वापस ले लिया गया। 

दूसरी तरफ नर्सरी क्लास में प्राइवेट और सरकारी स्कूलों में बच्चों को हिंदी की वर्णमाला किताब "आलोक शब्द" में ब का मतलब बम और च का मतलब चाकू पढ़ाया जाया रहा हैं। इस तरह के मामले में पैरेंट्स ने स्कूल प्रिसिंपल और टीचर स्टॉफ से शिकायत की । तो उन्होंने सारा दोष किताब छापने वाले वितरक पर मढ़ दिया।


सीबीएसई प्रयवेक्षक जावेद आलम ने कहा कि इस बारे में पब्लिशर्स के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि बच्चों की किताबों में नेगेटिव शब्दों का प्रयोग बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।